वॉशिंगटन । अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की प्रचार अभियान टीम ने दावा किया कि कमला हैरिस सबसे कम लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गईं डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी हैं, क्योंकि उनके नाम पर एक भी वोट नहीं पड़ा। ट्रंप की प्रचार टीम ने कमला के चयन की प्रक्रिया को साम्यवादी चीन की याद दिलाने वाला करार दिया। कमला (59) ने पर्याप्त डेलीगेट (प्रतिनिधियों) के वोट हासिल कर लिए, जिसके बाद उन्हें आधिकारिक तौर पर सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार घोषित किया गया। अमेरिका में पांच नवंबर को प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव में देश की मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला का मुकाबला पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप (78) से होगा।
ट्रंप की प्रचार टीम ने कहा, डेमोक्रेटिक के लोग लोकतंत्र के लिए वास्तविक खतरा हैं। अमेरिकी इतिहास की सबसे कम लोकप्रिय उपराष्ट्रपति हैरिस को उनके नाम पर एक भी वोट पड़े बिना आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया गया। प्रचार टीम ने कहा, साम्यवादी चीन की याद दिलाने वाली प्रक्रिया में, डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने अपने पिछले नामांकित व्यक्ति को उस समय हटा दिया, जब उसकी सेहत में गिरावट की बात को छिपाना असंभव हो गया था। इसके बाद उन्होंने कमला को सबसे कम लोकतांत्रिक तरीके से पार्टी उम्मीदवार घोषित कर दिया।
टीम का इशारा बाइडन के राष्ट्रपति पद की दौड़ से पीछे हटने की तरफ था। इस बीच, ट्रंप ने अपने समर्थकों को भेज ईमेल में कमला हैरिस पर कहर बरपाने का आह्वान किया।
ट्रंप ने कहा, कहर बरपाने में 24 घंटे बचे हैं। कल इसी समय कुटिल कमला का दुस्वप्न सच हो जाएगा। जब मैं अटलांटा में एमएजीए (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) के हजारों समर्थकों से भरे कक्ष में रैली मंच पर पहुंचूंगा, तब वह सच्चाई से और पीछा नहीं छुड़ा पाएंगी।
कमला हैरिस के चयन पर ट्रंप की प्रचार टीम ने उठाया सवाल
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