राज्यपाल ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली
गणतंत्र दिवस जन-जन के अधिकारों और संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था को मजबूत करने का अवसर है- श्री हरिचंदन
गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन द्वारा आज यहां राजधानी रायपुर में पुलिस परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण किया गया और परेड की सलामी ली गई।
परेड निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव अमिताभ जैन और पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा भी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस जन-जन के अधिकारों और संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था को मजबूत करने का अवसर है।
यह कार्य आम जनता की बुनियादी जरूरतों को पूरा करते हुए, सबको विकास के साधन-सुविधाएं और अवसर देकर ही किया जा सकता है।
राज्यपाल ने कि भारत को आजादी दिलाने वाले अमर शहीदों और असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों को नमन को नमन करते हुए कहा कि उनके त्याग तथा बलिदान के कारण, आजाद देश को अपना संविधान बनाने का अवसर मिला।
उन सभी महान विभूतियों को नमन किया। जिनके अथक परिश्रम और अपार प्रतिभा के कारण भारत को गौरवशाली संविधान मिला।
उन्होंने कहा कि हमारा संविधान समय की कसौटी पर खरा उतरा और एक लंबी यात्रा के उपरांत आज हम अपने गणतंत्र के अमृत महोत्सव के मुकाम पर पहुंचे हैं।
राज्यपाल ने भारत की वर्तमान राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु एवं वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अपने यशस्वी व्यक्तित्व एवं कृतित्व से यह साबित किया है कि हमारे संविधान और लोकतंत्र की शक्ति से साधारण परिवार में जन्मा व्यक्ति देश के शीर्षस्थ पदों पर पहुंच कर, अपना श्रेष्ठतम योगदान दे सकता है और मां भारती के गौरव को ब्रम्हाण्ड के हर हिस्से में पहुंचा सकता है।
समानता और न्याय के अधिकार की ऐसी बानगी विश्व कल्याण का माध्यम बन रही है।
राज्यपाल ने कहा कि हमारा महान संविधान लोकतंत्र की आत्मा है। देश की एकता और अखण्डता बनाए रखने का माध्यम है।
संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था और विश्वास बनाए रखकर ही प्रत्येक व्यक्ति और प्रदेश राष्ट्र के प्रति अपने कर्त्तव्य का निर्वाह कर सकता है। भारत का प्रत्येक नागरिक संविधान-प्रदत्त अधिकार के माध्यम से अपना जीवन संवार सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार ने मिलकर अनेक जनहितकारी नीतियों, योजनाओं, कार्यक्रमों को तेजी से अमल में लाने की दिशा में पुरजोर प्रयास प्रारंभ किया है।
छत्तीसगढ़ में छठवीं विधानसभा के गठन के बाद नवगठित सरकार ने पहली कैबिनेट से ही सभी वादे पूरे करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है।
‘‘प्रधानमंत्री आवास योजना‘‘ से भारत के हर आवासहीन परिवार की आंखों में यह सपना जागा है कि अब उनके भी सर पर अपनी छत होगी।
सरकार ग्रामीण अंचल में लगभग 18 लाख पक्के आवासों के निर्माण का निर्णय लिया है, जो इन परिवारों के लिए बहुत राहत भरा कदम है।
उन्होंने प्रदेश के अन्नदाताओं को आर्थिक रूप से सशक्त और स्वावलंबी बनाने की दिशा में सरकार द्वारा उठाये गये कदम का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के जन्मदाता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस, 25 दिसम्बर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया और इस अवसर पर 12 लाख से अधिक किसानों को दो साल के, धान के बकाया बोनस के रूप में 3 हजार 716 करोड़ रुपए की राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की गई। प्रदेश के किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का निर्णय भी लिया जा चुका है।
उन्होंने कृषक जीवन ज्योेति योजना, सौर सुजला योजना, महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, जल मिशन योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) का उल्लेख करते हुए विभिन्न योजनाओं की उपलब्धियों को रेखांकित किया।
राज्यपाल ने कहा कि युवा शक्ति हमारे सुरक्षित भविष्य का आधार है। इसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा-संस्कारों के साथ आजीविका के न्यायपूर्ण अवसर दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
सरकार ने वादा किया था कि युवाओं के साथ हुए अन्याय की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। इसके लिए पीएससी प्रकरण की सीबीआई जांच का निर्णय लेकर चयन प्रक्रिया में निष्पक्षता, पारदर्शिता व सुधार लाने का प्रयास किया गया है।
राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कहा कि भगवान श्रीराम के प्रति आस्था, श्रद्धा और भक्ति का भाव भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों में व्याप्त है।
सरकार ने भी प्रदेश की जनता को अयोध्या ले जाकर उन्हें श्री रामलला मंदिर दर्शन कराने की योजना प्रारंभ करने का निर्णय लिया है।
इस योजना के तहत हर वर्ष लगभग 20 हजार लोगों को अयोध्या धाम के साथ ही वाराणसी, काशी विश्वनाथ मंदिर एवं कॉरिडोर की तीर्थ यात्रा कराई जाएगी।
राज्यपाल ने कहा कि स्वच्छता को लेकर भारत सरकार की प्राथमिकता जग- जाहिर है। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में छत्तीसगढ़ को देश के तीसरे सबसे स्वच्छ राज्य के खिताब से नवाजा गया है तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए छत्तीसगढ़ को विभिन्न श्रेणियों में 6 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
स्वच्छता से हम बेहतर स्वास्थ्य एवं उच्चतर जीवन स्तर के बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे। इसी प्रकार विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत विभिन्न केन्द्रीय योजनाओं से छत्तीसगढ़ के पात्र हितग्राहियों को अवगत कराने, जागरूक करने तथा अभी तक योजनाओं की पहुंच में नहीं आए लोगों को जोड़कर, उन्हें लाभान्वित करने का महाअभियान भी संचालित किया जा रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे गणतंत्र की सफलता में जन-जन की सदाशयता, परस्पर सहयोग, प्रदेश और देश के निर्माण में भागीदारी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सम्मत विकास की दृढ़ इच्छाशक्ति समाहित है। वहीं दूसरी ओर हमारी पुरातन संस्कृति, आध्यात्मिक चेतना के साथ लगाव का योगदान भी है।
एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन से हमें मानव और राष्ट्र के प्रति कर्त्तव्य निर्वहन की सार्थक प्रेरणा मिलती है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, कमजोर वर्गों, महिलाओं, युवाओं, बच्चों, किसानों, ग्रामीणों, वनवासियों के समुचित विकास पर सर्वाधिक ध्यान देने की चेतना सरकार का मूलमंत्र है।
उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण को लेकर युग पुरुष अटल जी का सपना पूरा करना है। छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त, कानून-व्यवस्था और शांति का द्वीप तथा विकास का गढ़ बनाना है। ‘‘सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास‘‘ की रणनीति से छत्तीसगढ़ की बेहतरी के हर लक्ष्य प्राप्त किए जाएंगे।
समारोह में परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी अक्षय प्रमोद साबद्रा ने किया। उनके नेतृत्व में सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ,भारत तिब्बत सीमा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल, तेलंगाना पुलिस, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (पुरुष), छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (महिला), छत्तीसगढ़ पुलिस (पुरुष), जेल पुलिस (पुरुष), नगर सेना (पुरुष), नगर सेना (महिला), बैण्ड प्लाटून, घुड़सवार दल, महिला बैग पाईपर बैंड दस्ता, एनसीसी बॉयज और एनसीसी गर्ल्स की टुकड़ियों ने मार्च पास्ट में भाग लिया।
इसके पश्चात राज्यपाल श्री हरिचंदन ने राज्य के पुलिस अधिकारियों को पुलिस वीरता पदक, विशिष्ट सेवा हेतु राष्ट्रपति का पुलिस पदक, सराहनीय सेवा हेतु पुलिस पदक, सराहनीय सुधार सेवा पदक एवं गृह रक्षक व नागरिक सुरक्षा सराहनीय सेवा पदक प्रदान कर अलंकृत किया।
प्रदेश के चार वीर बच्चों सरगुजा जिले के अरनव सिंह, दुर्ग जिले के ओम उपाध्याय, रायपुर जिले के प्रेमचंद साहू और लोकेश कुमार साहू को राज्य वीरता पुरस्कार से राज्यपाल के करकमलो से नवाजा गया।
समारोह में तीसरी वाहिनी छत्तीसगढ़ बल अमलेश्वर जिला दुर्ग के घुड़सवार दलों ने रोमांचक हार्स शो प्रस्तुत किया। इसके पश्चात स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
विभिन्न विभागों द्वारा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं विकास को दर्शाती हुई आकर्षक झांकियां प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम के अंत में सर्वश्रेष्ठ मास्टपास्ट करने वाली टुकडियों और सर्वश्रेष्ठ झाकी के लिए विभागों को पुरस्कार वितरण राज्यपाल के हाथो किया गया।