सूरत। अमेरिका और यूरोप में आई मंदी के कारण सूरत के 50000 हीरा कर्मचारियों को हीरा फैक्ट्री ने जबरिया छुट्टी पर भेज दिया है। अभी उन्हें 17 दिन के लिए अवेतानिक छुट्टी पर भेजा गया है। जिस तरह के हालात बन गये हैं। उसमें कहा जा रहा है, हीरा कंपनी ने अपने कर्मचारियों की छुट्टी कर दी है।
सूरत की किरण जेम्स नाम की कंपनी ने 50000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। कंपनी ने इन कर्मचारियों को 10 दिन की अनिवार्य वैतानिक छुट्टी पर भेजा है। इसी बीच 15 अगस्त और रक्षाबंधन इत्यादि की भी छुट्टी है।कुल मिलाकर 17 दिन की छुट्टी पर भेजा गया है। हीरा कंपनी का कहना है, पिछले 1 महीने से कोई नए आर्डर नहीं आ रहे हैं। हीरे की बिक्री दुनिया भर में बहुत कम हो गई है। चीन के डायमंड सूरत के डायमंड से 5 गुना कम कीमत पर बाजार में उपलब्ध हैं।
सिंथेटिक डायमंड और चीन से आने वाले डायमंड की बिक्री के सामने सूरत का हीरा कारोबार अब पूरी तरह से दम तोड़ने की कगार पर है। किरण जेम्स में 50000 से अधिक कर्मचारी डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग का काम करते हैं। इस फैक्ट्री में गुजरात, उड़ीसा, झारखंड, बंगाल और बिहार के लोग बड़ी संख्या में काम करते हैं। यह सूरत की सबसे बड़ी हीरा कंपनी है। इसका हीरा कारोबार विदेशों तक फैला हुआ है। सूरत में हीरा कारोबार में लगे कर्मचारी लाखों की संख्या में है। इनकी छटनी शुरू हो गई है।
अमेरिका और यूरोप के देशों में सबसे ज्यादा डायमंड का निर्यात सूरत से होता था। अमेरिका और यूरोप के देशों में आर्थिक मंदी के कारण नए ऑर्डर आना बंद हो गए हैं। 82 फ़ीसदी डायमंड का निर्यात कम हो गया है। गुजरात के सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने राज्यसभा में सूरत के जो कर्मचारी बेरोजगार हो रहे हैं। उनकी आर्थिक सहायता करने की गुहार सरकार से लगाई है।अमेरिका और यूरोप के देशों में जो आर्थिक मंदी आई है। इसका असर भारत में भी देखने लगा है। अकेले सूरत के लाखों कर्मचारी बेरोजगार होने की कगार में खड़े हो गए हैं।
सूरत की हीरा फैक्ट्री के 50000 कर्मचारी बेरोजगार
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