पाकिस्तान पर ईरान की एयरस्ट्राइक के 12 दिन बाद ही दोनों देशों में तनाव एक बार फिर बढ़ गया है।
पाकिस्तान से सटे ईरान के दक्षिण-पूर्व इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने शनिवार को नौ लोगों को गोलियों से भून दिया । ईरान में पाकिस्तान के राजदूत मुदस्सिर टीपू ने घटना की पुष्टि की है।
बता दें कि ये पाकिस्तानी ईरान के दक्षिणपूर्वी सीमावर्ती इलाके में काम करते थे। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का कहना है कि इस मामले को लेकर वे ईरान प्रशासन के साथ संपर्क में हैं। पाकिस्तान का कहना है कि यह आतंकियों की नीच हरकत है।
ईरान की न्यूज एजेंसी का कहना है कि सारावन शहर में एक घर के अंदर 9 लोगों की हत्या कर दी गई जो कि गैरईरानी हैं।
किसी भी आधिकारिक मीडिया संस्थान ने अपने समाचार में गोलीबारी की सूचना नहीं दी है और किसी भी समूह ने अभी तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
बलोच लोगों की वकालत करने वाले एक समूह ‘हलवाश’ ने ऑनलाइन तस्वीरें साझा की हैं जो पीड़ितों के शवों की प्रतीत हो रही हैं।
समूह ने कहा कि तीन लोग घायल हो गए। यह भी बताया गया कि वे पाकिस्तानी नागरिक थे। उसने चार लोगों की पहचान करते हुए कहा कि सभी पीड़ित वाहनों का रखरखाव करने वाली एक दुकान में कर्मचारी थे।
वहीं ईरान के गृह मंत्री ने इतना ही कहा है कि मारे गए लोग विदेशी थे। वहीं ईरान में पाकिस्तानी राजदूत ने कहा, 9 पाकिस्तानियों की हत्या का बेहद दुख है। यह एक बड़ा झटका है।
दूतावास परिवार के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में ईरान से भी मदद की उम्मीद है।
पिछले हफ्ते पाकिस्तान ने कथित तौर पर आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए उसी क्षेत्र में जवाबी हमले किए थे, जिसमें कम से कम नौ लोग मारे गए थे।
ये हमले मंगलवार को पाकिस्तानी धरती पर ईरान के हमले के बाद हुए, जिसमें दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में दो बच्चों की मौत हो गई थी।
16 जनवरी की रात को ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में मिसाइल औऱ ड्रोन से हमला कर दिया था। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी ईरान में एयरस्ट्राइक की।
इसके बाद दोनों देशों में तनाव काफी बढ़ गया। इस तनाव के बाद पाकिस्तान ने अपने राजदूत को वापस बुला लिया था। बातचीत के बाद कुछ तनाव कम हुआ तो एक दिन पहले ही राजदूत मदस्सिर तेहरान लौटे थे। बता दें कि ईरान और पाकिस्तान दोनों ने उन्हीं इलाकों में एयरस्ट्राइक की थी जहां बलोच आबादी रहती है।