आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई। यहां खेत में एक शख्स का जला हुआ शव पाया गया।
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया लेकिन इसी बीच उसी शख्स का फोन परिवार वालों के पास आ गया। बाद में जब घटना का पूरा भेद खुला तो सब हैरान रह गए।
दरअसल रंगमपेट मंडल के वीरमपालेम गांव में एक शव पाया गया। शव इतना जला हुआ था कि उसकी पहचान करना मुश्किल था। शव क पास में ही चप्पल पाए गए। ये चप्पल खेत को मालिक के ही थे।
रंगमपेट पुलिस स्टेशन के सब इन्स्पेक्टर ने बताया कि 26 जनवरी की सुबह किसी ने फोन करके सूचना दी कि केटामल्ला पुसैया के खेत में ट्रांसफार्मर के पास एक जला हुआ शव पाया गया गया है।
वहां पास में पुसैया का चप्पल पड़ा था। ऐसे में लोगों को लगा कि यह शव पुसैया का ही है। वह अनाज का व्यापार करता था। ऐसे में शक यही किया गया कि व्यापारी को किसी दुश्मनी की वजह से मार दिया गया है।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। तभी पुसैया के परिवार के पास उसका फन आ गया। पुसैया ने बताया कि वह जिंदा है।
उसने अपना पता बताया तो पुलिस के साथ उसके रिश्तेदार वहां पहुंचे। पुसैया घायल अवस्था में वहीं मिला। उसने बताया कि कुछ लोगों ने उसकी बहुत पिटाई की है।
उसने बताया कि कुछ अज्ञात लोग उसके खेत पर आए थे और उन्होंने एक शव को पेट्रोल डालकर जलाने की कोशिश की।
पुसैया ने जब विरोध किया तो उसे उन लोगों ने ही पकड़ लिया और ऑटो में बैठा लिया। मारपीट के दौरान ही पुसैया का चप्पल वहां छूट गया था।
इसके बाद आरोपी उसे अनजान जगह पर ले गए और मारपीट कर फेंक दिया। पुसैया ने कहा, जब उसेहोश आया तो पता चला कि वह एक खेत में पड़ा था।
इसके बाद वहां से गुजरने वाले शख्स का फोन लेकर उसने अपने परिवार को कॉल किया था। पुलिस का कहना है कि अभी यह नहीं पता चल पाया है कि आरोपी कौन थे और जो शव जलाया गया, वह किसका था।