दुनिया की फेमस पेंटिंग की बात होती है तो लियोनार्दो द विंची की मोनालिसा को लोग जरूर याद करते हैं।
पैरिस के म्यूजमिय में रखी मोनालिस की पेंटिंग पर रविवार को कुछ महिलाओं ने सूप फेंक दिया। इसके बाद म्यूजियम में अफरा-तफरी मच गई।
बता दें कि फ्रांस में प्रदर्शनकारी पोषक भोजन के संवैधानिक अधिकार की मांग कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक सूप फेंकने से पेंटिंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। दरअसल यह पेंटिंग बुलेट प्रुफ ग्लास के अंदर रखा गया है।
चोरी भी हो चुकी है यह पेंटिंग
बता दें कि मोनालिसा की रहस्यमय मुस्कान वाली यह पेंटिंग साल 1911 में चोरी हो गई थी। इसे दो साल की खोज के बाद 1913 में बरामद किया गयाथा।
इसके बाद फ्रांस की स्पेश डिफेंस यूनिट पेंटिंग की सुरक्षा करती है। इस पेंटिंग को दुनिया की सबसी महंगी पेंटिंग में गिना जाता है। इसको 16वीं शताब्दी में लियोनार्दो द विंची ने बनाया था।
क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं लोग
फ्रांस में इन दिनों लोग अच्छे भोजन के अधिकार के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। उका कहना है कि देश में कृषि तंत्र खराब हो चुका है।
किसानों को फायदा नहीं मिलता और उनकी हालत बदतर हो रही है। फूड काउंटरअटैक ग्रुप ने इस हरकत की जिम्मेदारी भी ली है। उनका कहना है कि देश में किसान मर रहे हैं और लोगों को अच्छा भोजन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। बता दें कि इस पेंटिंग पर एक बार केक फेंक दिया गया था। इसके बाद फ्रांस की सरकार ने इसकी सुरक्षा बढ़ा दी।
कैसे चोरी हो गई थी पेंटिंग
1911 में जब पेंटंग पर कांच के फ्रेम पर आर्टवर्क किया जा रहा था तब इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाया गया। इसी बीच पता ही नहीं चला कि पेंटिंग किसने चुरा ली।
कई दिनों तक इसके बारे में पता ही नहीं चला। वहां तैनात सुरक्षाकर्मी को लगा कि काम करने के लिए पेंटिंग कहीं अलग रखी गई होगी। हालांकि जब दो दिन तक पेंटिंग नहीं दिखी तो गार्ड को शक हो गया। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई।
पुलिस ने तलाश शुरू की। म्यूजियम में पेंटिंग का लकड़ी का फ्रेम मिल गया जिसपर चोरी करने वाले शख्स के उंगलियो के निशान थे।
इसके बाद एक प्तर से खुलासा हुआ कि पेंटिंग किसके पास है। यह पत्र आर्ट डीलर को भेजा गया था। जब वह डीलर से मिलने आया तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसने फ्रेम बनाने के दौरान ही पेंटिंग चुराई थी।