चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हार आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार ने कुलदीप ढलोर के गले नहीं उतर रही है।
उन्होंने इस चुनाव को खारिज करने के लिए पहले पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में अर्जी लगाई। मगर वहां दाल नहीं गली। अब ढलोर ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
मतदान प्रक्रिया में बेइमानी का आरोप लगाते हुए कुलदीप ढलोर ने पहले पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में चुनाव रद्द करने की मांग की थी।
मगर हाई कोर्ट ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। बुधवार को हाई कोर्ट ने भाजपा से नवनिर्वाचित मेयर मनोज सोनकर की जीत पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। इसके बाद ढलोर ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अपनी याचिका दायर की।
सुप्रीम कोर्ट पहुंची आम आदमी पार्टी
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि इस धोखाधड़ी के खिलाफ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव लोकतंत्र की हत्या का उदाहरण है। मंगलवार को चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी के मेयर उम्मीदवार करारी हार मिली थी।
रिटर्निंग ऑफिसर ने आम और कांग्रेस गठबंधन के 8 पार्षदों के वोट को अमान्य कर दिया था। जिसके बाद बीजेपी के मेयर उम्मीदवार मनोज सोनकर ने 16-12 से जीत हासिल की थी।
उधर, मामले में पंजाब सीएम भगवंत मान ने इस प्रकरण में भाजपा पर धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि 30 जनवरी का दिन लोकतंत्र के लिए काला दिन है।
भगवंत मान ने कहा कि वे इस मामले में चुप नहीं बैठने वाले हैं। पार्टी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएगी।
सुप्रीम कोर्ट से पहले बुधवार को ही मेयर चुनाव में धांधली से जुड़ी याचिका पर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस पर हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन को तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने का आदेश दिया। मामले की अगली सुनवाई 26 फरवरी को होगी।
युवा कांग्रेस ने मेयर कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन
इस बीच युवा कांग्रेस के सदस्यों ने चंडीगढ़ में मेयर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं कांग्रेस और आप के पार्षद भी सड़क पर उतर आए।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच गहमागहमी भी हुई ।यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार बंद करो के नारे भी लगाए। कुछ देर बाद ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।