इजरायल और हमास के बीच चल रही खूनी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।
अमेरिका के घातक हथियारों और खुद के बूते इजरायल फिलिस्तीनी शहर गाजा पट्टी पर कहर बरपा रहा है। इजरायल के इस युद्ध में दो मकसद हैं- पहला अपने बंधकों की सकुशल रिहाई और हमास आतंकियों का जड़ सहित खात्मा।
इस बीच रिपोर्ट है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से नाराज हो गए हैं। बाइडेन का पारा इतना चढ़ गया कि उन्होंने नेतन्याहू के लिए आपत्तिजनक शब्दों तक का इस्तेमाल कर दिया। POLITICO की रिपोर्ट है कि बाइडेन ने नेतन्याहू को ‘सबसे बकवास आदमी’ कहा है।
पिछले साल 7 अक्टूबर को जब हमास ने इजरायली धरती पर कत्लेआम मचाया तो इजरायल को हमास के खात्मे का मौका और ठोस कारण दोनों मिल गए।
हमास हमले के बाद से इजरायली सेना चुन-चुनकर फिलिस्तीनी आतंकियों को मार रही है। इस हमले में हालांकि निर्दोषों की भी बड़े पैमाने पर हत्या हो रही है।
गाजा पट्टी में अब तक हुए कत्लेआम में मरने वालों की संख्या कम से 26 हजार पार कर गई है। इतना ही नहीं इसमें 70 फीसदी महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
उधर, इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने हर बार अपने संबोधन में हमास के खात्मे तक जंग जारी रखने की घोषणा की है। बेंजामिन अपने बयानों में भी काफी हमलावर रहे हैं।
उनके बयान की वजह से ही यूएन समेत कई वैश्विक एजेंसियों को गाजा में निर्दोषों की चिंता सता रही है।
बेंजामिन नेतन्याहू की जिद का खामियाजा अब अमेरिका को भी उठाना पड़ रहा है। अमेरिकी धरती पर लोग इजरायल के समर्थन में बाइडेन सरकार की आलोचना कर रहे हैं।
गाजा में कत्लेआम पर बाइडेन को भी निशाना बनाया जा रहा है। बाइडेन जानते हैं कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में यह उनके लिए नकारात्मक छवि पेश कर सकता है।
इसलिए उन्होंने भी अब नेतन्याहू पर भड़ास निकालनी शुरू कर दी है। इससे पहले बाइडेन मंत्रालय के अधिकारी भी नेतन्याहू सरकार को गाजा में जमीनी आक्रमण रोकने और कत्लेआम को कम करने की सलाह दे चुके हैं।
बाइडेन की नाराजगी की वजह
POLITICO की रिपोर्ट है कि बाइडेन ने अब निजी तौर पर भी नेतन्याहू पर गुस्सा निकालना शुरू कर दिया है। अमेरिका की राजनीतिक समाचार एजेंसी POLITICO ने रिपोर्ट किया है कि बाइडेन नेतन्याहू से इसलिए नाराज चल रहे हैं क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति को इजरायली प्रधान मंत्री पर संदेह हो गया है कि नेतन्याहू अमेरिका को मध्य पूर्व के साथ युद्ध में घसीट सकते हैं।
बाइडेन प्रशासन को लगता है कि नेतन्याहू अभी हमास के खिलाफ जंग में अमेरिका से हथियार ले रहे हैं। इसके बाद अमेरिकी सेना भी जल्द इस युद्ध में शामिल हो जाएगी और इससे गाजा में युद्धविराम का वैश्विक दबाव कम हो जाएगा। इससे नेतन्याहू को गाजा पट्टी में अपनी मनमानी करने की खुली छूट मिल जाएगी।
आपत्तिजनक शब्दों पर बाइडेन प्रशासन का क्या कहना है
हालांकि, जो बाइडेन के प्रवक्ता एंड्रयू बेट्स ने अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल को खारिज कर दिया है और कहा है कि उन्होंने “ऐसा नहीं कहा, न ही वह ऐसा कहेंगे”। POLITICO की रिपोर्ट के मुताबिक, बेट्स ने कहा है कि बाइडेन और नेतन्याहू के बीच “एक दशक पुराना रिश्ता है सार्वजनिक और निजी तौर पर दोनों एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।”