पाकिस्तान में आज राष्ट्रीय चुनाव हैं। पेशावर, कराची से लेकर इस्लामाबाद और लाहौर तक वोटिंग का सिलसिला जारी है।
यह चुनाव आतंकवादी हमलों, विपक्षी नेताओं की हत्याओं और पूर्व पीएम इमरान खान को जेल में डालने की घटनाओं के बीच हो रहे हैं।
इस हिंसक माहौल के बीच चुनाव को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने भी संदेह जता दिया है। यूएन ने अब तक हुए 24 आतंकवादी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि यह चिंता की बात है कि ऐसी सुरक्षा व्यवस्था है।
इसके अलावा खैबर पख्तूनख्वा में कई पार्टियों के उम्मीदवारों की हत्याओं पर भी यूएन ने सवाल खड़े किए हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में उम्मीदवारों, पार्टियों और चुनाव आयोग के दफ्तरों तक पर हमले हो रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र के अलावा अमेरिका ने भी पाकिस्तानी चुनाव को लेकर कहा है कि अभिव्यक्ति की आजादी संकट में दिख रही है। चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण माहौल में होने चाहिए।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप-प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि जिस तरह की घटनाएं हुए हैं, उन पर हमारी नजर है। वहीं पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के संदेह पर जवाब दिया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जाहरा बलोच ने कहा कि पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत है। इसके अलावा महिलाओं को 5 फीसदी टिकट भी दिए गए हैं। बलोच ने कहा, ‘पाकिस्तान एक समावेशी और लोकतांत्रिक सरकार चुनने के लिए तत्पर है।
हम चाहते हैं कि कानून का शासन बना रहे और लोगों के मूलभूत अधिकारों का भी हनन न हो। संविधान के दायरे में रहते हुए सभी के अधिकारों की रक्षा की जा रही है।’
इसके अलावा बलोच ने इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेताओं के उत्पीड़न, गिरफ्तारी और अवैध हिरासत के आरोपों को गलत बताया। बलोच ने कहा कि पाक की न्याय व्यवस्था निष्पक्ष फैसले करती है।
गौरतलब है कि बुधवार को भी पाकिस्तान में दो आतंकवादी हमले हुए थे, जिनमें 28 लोगों की मौत हो गई थी। बता दें कि खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में कई आतंकवादी हमले पिछले दिनों हुए हैं।