टोक्यो । जापान ने कहा है कि रूसी गश्ती फाइटर जेट ने उसके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। टोक्यो ने कहा है कि तीन बार रूसी जेट होक्काइडो के मुख्य द्वीप पर जापान के हवाई क्षेत्र में आए। इस पर जापानी जेट ने उन्हें चेताया और फ्लेयर्स का इस्तेमाल भी किया। ये पहली बार है जब जापान ने रूसियों को चेतावनी देने के लिए फ्लेयर्स का इस्तेमाल किया है। लड़ाकू जेट फ्लेयर्स यानी तेज रोशनी का इस्तेमाल विरोधी को वापस जाने के लिए कड़ी चेतावनी देने के तौर पर करते हैं। जापानी लड़ाकू विमानों ने पहले रूसी विमान के खिलाफ इस तरह की चेतावनी जारी नहीं की थी।
रिपोर्ट के अनुसार, जापानी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी आईएल-38 सैन्य गश्ती विमान ने उत्तरी द्वीप होक्काइडो के पास तीन बार जापानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया। इस पर जापान ने रेडियो संदेशों के माध्यम से विमान को चेतावनी देकर लड़ाकू विमानों को भेजा। तीसरी बार रूसी जेट के हवाई क्षेत्र में आने पर जापानी एयरक्राफ्ट ने फ्लेयर्स का इस्तेमाल किया। जापानी सरकार के प्रवक्ता योशिमासा हयाशी ने कहा कि हवाई घुसपैठिए के खिलाफ फ्लेयर्स का यह पहला प्रयोग था।
हयाशी ने कहा कि जापान ने घुसपैठ के विरोध के लिए राजनयिक तरीका भी अपनाया है। रूस की स्टेट मीडिया ने इस घटना पर कोई रिपोर्ट नहीं की है। ये घटना तब समय हुई है जब रूसी और चीनी युद्धपोत जापान के उत्तरी तट के पास अभ्यास कर रहे हैं। वहीं जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने न्यूयॉर्क में यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से भी मुलाकात की।
पहली बार जापानी फाइटर जेट ने रूसी गश्ती जेट को चेताया
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