न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसानों की मांगों को मानने और आंदोलन को खत्म करने के मद्देनजर सरकार और किसान नेताओं के बीच बैठक जारी है। बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी हिस्सा ले रहे हैं।
कृषि और किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित किसान संघों की विभिन्न मांगों पर जारी बातचीत में केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
वहीं संयुक्त किसान मोर्चा और कई मजदूर यूनियनों ने शुक्रवार को ग्रामीण भारत बंद का आह्वान भी किया है। किसानों की MSP पर गारंटी की मांग को लेकर दबाव बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी अपील में अन्य तमाम किसान संगठनों से भी साथ आने की अपील की है।
बेनतीजा रहीं पिछली बैठकें
बता दें किसानों के साथ मंत्रियों की इससे पहले आठ और 12 फरवरी को हुई बातचीत बेनतीजा रही थी।
बैठक में किसानों का प्रतिनिधित्व करने वाले नेताओं में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर शामिल हैं।
इन दोनों संगठनों ने ही अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते ‘दिल्ली चलो’ का आह्वान किया है।
शंभू बॉर्डर पर तनाव
पंजाब के किसानों ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च शुरू किया, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हरियाणा के साथ शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर रोक दिया।
किसान नेताओं ने कहा था कि वे मंत्रियों के साथ बैठक होने तक दिल्ली की ओर बढ़ने का कोई नया प्रयास नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका अगला कदम केंद्र के प्रस्तावों पर आधारित होगा।
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के तीसरे दिन गुरुवार को दिल्ली और हरियाणा सीमा के दो प्रमुख बिंदु यातायात के लिए बंद रहे, जबकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण प्राप्त सुरक्षाकर्मियों ने अपनी अचूक तैयारी सुनिश्चित करने के लिए अभ्यास किया। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की आंसू गैस गोला इकाई से 30,000 से अधिक आंसू गैस के गोले मांगे हैं। पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान राष्ट्रीय राजधानी की सीमा की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि कड़ी निगरानी, कर्मियों की भारी तैनाती और बहुस्तरीय अवरोधक लगे रहेंगे क्योंकि प्रदर्शनकारी किसान अभी भी अंबाला के पास पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू सीमा पर बैठे हैं।
किसानों ने रोकी रेल
‘दिल्ली चलो’ मार्च में शामिल प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हरियाणा पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ पंजाब में कई स्थानों पर किसानों ने रेल पटरियों को बाधित कर दिया जिसकी वजह से दिल्ली-अमृतसर मार्ग पर कुछ ट्रेन का मार्ग परिवर्तन करना पड़ा है।
किसानों ने कई टोल प्लाजा पर धरना भी दिया और अधिकारियों पर यात्रियों से टोल शुल्क न लेने के लिए दबाव डाला। भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) और बीकेयू दकौंदा (धानेर) ने गुरुवार को राज्य में चार घंटे तक ‘रेल रोको’ आंदोलन का आह्वान किया।