पटना। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर लगातार हमले बोल रहे हैं। प्रशांत ने दावा किया है कि नीतीश कुमार अगले विधानसभा चुनाव में सीएम कुर्सी से बेदखल हो जाएंगे और इसके प्रशांत ने तीन मुख्य कारण भी बताए हैं। पीके कहना है कि नीतीश की हार की वजह बनेंगे शराबबंदी नीति की विफलता, भ्रष्टाचार से ग्रस्त भूमि सर्वेक्षण और जबरन प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाना।
पीके ने सीएम नीतीश के शासन को चुनौती देते हुए कहा कि सीएम मुट्ठी भर सेवानिवृत्त नौकरशाहों के जरिए सरकार चला रहे हैं। उन्होंने यकीन से कहा कि 2025 के विधानसभा चुनावों में उनकी जन सुराज पार्टी सत्ता में आएगी और पार्टी के गठन के 15 मिनट के अंदर ही शराब प्रतिबंध हटा दिया जाएगा। उन्होंने 2 अक्टूबर को अपने विजन और पार्टी अध्यक्ष के नाम की घोषणा करने की बात भी कही।
प्रशांत ने साफ किया कि उनकी जन सुराज पार्टी सभी प्रमुख राजनीतिक दलों से समान दूरी बनाए रखते हुए बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि अगर हमें 130 सीटें भी मिलती हैं तो मैं इसे अपनी व्यक्तिगत हार मानूंगा। उनका मानना है कि अकेले सरकार बनाना पर्याप्त नहीं है। दो-तिहाई बहुमत के समर्थन की जरुरत है ताकि प्रमुख नीतियों को लागू किया जा सके।
उन्होंने नीतीश कुमार की नीतियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि ट्रिपल एस शराबबंदी, भूमि सर्वेक्षण और स्मार्ट मीटर लगाना नीतीश सरकार के ताबूत में आखिरी तीन कीलें साबित होंगी। प्रशांत किशोर ने अपनी पैदल यात्रा के दौरान बिहार के 60फीसदी हिस्से को कवर करने की जानकारी दी और उन्होंने कहा कि पार्टी के गठन के बाद भी यह यात्रा जारी रहेगी।
पीके का यह दावा बिहार की राजनीति में नया मोड़ लाने की संभावना को दर्शाता है और वे चुनावी रणनीति के तहत नीतीश कुमार की नीतियों को चुनौती देते हुए चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं।
बिहार में अगले विधानसभा चुनाव में नीतीश सीएम कुर्सी से हो जाएंगे बेदखल: प्रशांत
10