यूक्रेन और रूस के बीच महायु्द्ध तीसरे साल में प्रवेश कर चुका है। 24 फरवरी 2022 के दिन रूसी सेना ने पूरी ताकत से यू्क्रेन की धरती पर हमला बोल दिया था।
चार गुना ज्यादा सैन्य बल के बावजूद रूसी सेना यूक्रेन को मात नहीं दे पाई, क्योंकि उसके पीछे अमेरिका और पूरी पश्चिम देशों की ताकत है।
इस बीच कीव ने बड़ा दावा किया है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तरी कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन मिलकर उसके खिलाफ बड़ी साजिश रच रहे हैं।
मकसद यूक्रेन को नक्शे से ही मिटाने का है। उत्तरी कोरिया ने रूस को ऐसी घातक मिसाइलें दी हैं, जो यूक्रेनी शहरों को पलभर में तबाह कर सकते हैं। अमेरिका ने भी यूक्रेन के दावे पर चिंता जताई है।
यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (एसबीयू) ने नया दावा करते हुए सनसनी मचा दी है कि रूस ने दिसंबर के अंत से यूक्रेन पर हमलों में कम से कम 20 उत्तर कोरियाई बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया है।
आशंका जताई है कि पुतिन और उत्तरी कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच डील हो गई है, जिसमें यूक्रेन को और अधिक मार देने की प्लानिंग तैयार हो गई है।
किम की अमेरिका से नफरत यूक्रेन पर पड़ेगी भारी
पुतिन का साथ देने के लिए किम इसलिए तैयार हो गए हैं क्योंकि अमेरिका और पश्चिम देश यूक्रेन का साथ दे रहे हैं और किम अमेरिका पर दक्षिण कोरिया और जपान को मदद के आरोप लगाता रहा है। किम कई बार खुले तौर अमेरिका को सबसे बड़ा दुश्मन भी बता चुके हैं।
किम के भी जंग में सीधे तौर पर उतरने से इस युद्ध के तीसरे साल में महायुद्ध बनने के पूरे आसार हैं, जिसे लेकर अमेरिका और यूक्रेन दोनों काफी चिंतित हैं।
यूक्रेन में जांचकर्ताओं का दावा है कि रूस द्वारा दागी गई ह्वासोंग-11 मिसाइलें – जिन्हें केएन-23 और केएन-24 के नाम से भी जाना जाता है – ने यूक्रेन में कम से कम 24 नागरिकों की जान ले ली है और कम से कम 100 घायल हो गए हैं।
एक बयान के अनुसार, एसबीयू ने केएन-23 बैलिस्टिक मिसाइल जैसा दिखने वाला मलबा भी बरामद किया है। इससे इस बात की पुष्टि हो गई है कि उत्तरी कोरिया इस जंग में पुतिन का साथ दे रहा है।
एसबीयू ने कहा कि रूस ने पहली बार उत्तर कोरियाई मिसाइलों का इस्तेमाल 30 दिसंबर 2023 को यूक्रेन के दक्षिणपूर्वी ज़ापोरीज़िया क्षेत्र में गोलाबारी के दौरान दर्ज किया था। इसमें कहा गया है कि उत्तर कोरियाई मिसाइलों से अगला हमला जनवरी की शुरुआत में कीव में दर्ज किया गया था। सुरक्षा सेवा के अनुसार, कीव में एक अपार्टमेंट इमारत के चार निवासियों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। रूसियों ने फरवरी में डोनेट्स्क क्षेत्र में पांच गांवों पर गोलाबारी करने के लिए उत्तर कोरियाई मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया, जिसमें 17 नागरिक मारे गए।
यूक्रेन के दो बड़े शहरों पर पुतिन का कब्जा
24 फरवरी 2022 से जारी इस महायुद्ध में जहां पुतिन के पास अनगिनत सैन्य क्षमता और अकूत संपति है। वहीं, यूक्रेन सीमित संसाधनों के साथ इस जंग में अमेरिका और पश्चिम की मदद से मजबूती से खड़ा है। हालांकि हाल ही के कुछ महीनों में रूस ने इस युद्ध में अप्रयाशित रूप से जीत हासिल की है, यूक्रेन के दो बड़े शहरों पर उसने कब्जा कर लिया है।