भागलपुर: बिहार का शोक कही जाने वाली कोसी नदी में बेवक्त कटाव होने से गांववाले काफी दहशत में हैं. भागलपुर के नवगछिया जहांगीरपुर बैसी में भीषण कटाव जारी है. असमय कटाव से ग्रामीण सहमे हुए हैं. कोसी नदी की धारा गांव से कुछ दूरी कब्रिस्तान के समीप मुड़ गई है. 2 एकड़ हिस्से में तेजी से कटाव होने लगा है. जहां कटावरोधी कार्य हुआ है, वहां भी कटाव का असर दिख रहा है. देखते ही देखते 10-20 फिट तक जमीन कटकर कोसी की धारा में विलीन हो रही है.
ग्रामीण रात-रात भर कर रहे हैं रतजगा
इससे पहले सहरसा में महिषी प्रखंड क्षेत्र के नहरवार पंचायत के बघौड़ गांव में कोसी नदी का कटाव हुआ था. स्थिति यह है कि लोग रतजगा करने को विवश हैं, यदि कटाव इसी तरह चलता रहा और 15 फीट और कटाव हुआ तो लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है. ग्रामीणों ने बताया था कि नदी के जलस्तर में कमी आते ही कटाव शुरू हो गया था. कुछ दिनों से कटाव स्थल पर ग्रामीणों द्वारा बांस, पेड़ डाला गया था तो कुछ कमी आई थी, लेकिन नदी अंदर ही अंदर कटाव करने लगा तो फिर कटाव में तेजी आ गया है.
प्रशासन से तत्काल मदद की गुहार
अमूमन बाढ़ के समय जुलाई और अगस्त महीने में जलस्तर बढ़ने या जलस्तर घटने पर कटाव होता है. इस बार दिसम्बर में हो रहे कटाव से परेशान ग्रामीण कटावरोधी कार्य के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं. इस साल हुई जोरदार बारिश ने बिहार में काफी कहर बरपाया था. 1968 के बाद कोसी बराज से 6 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया था. पानी के दबाव को देखते हुए बराज के सभी 56 फाटक खोलने पड़े थे. करीब एक हफ्ते बाद पानी घटा था. एक सप्ताह तक स्थानीय लोगों की जान अटकी रही थी.