नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए बुधवार को सिंगल फेज में मतदान होगा। यह चुनाव देश का सबसे हाईप्रोफाइल चुनाव है। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला आप, भाजपा और कांग्रेस के बीच है, लेकिन सभी पार्टियों के दिग्गजों की साख दांव पर है। दरअसल, इस चुनाव में प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ ही अरविंद केजरीवाल और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पूरा दमखम लगाया है। इसलिए प्रत्याशियों के साथ ही सभी पार्टियों के दिग्गजों की भी अग्रिपरीक्षा है। लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक का हिस्सा रहीं 5 पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं। इनमें आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सभी 70 सीटों पर आमने-सामने हैं। वहीं, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने 6, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्कसिस्ट और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्कसिस्ट लेनेनिस्ट ने 2-2 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा ने 68 सीटों पर कैंडिडेट उतारे हैं। दो सीटें सहयोगी पार्टियों को दी हैं। इसमें जनता दल- यूनाइटेड ने बुराड़ी और लोक जनशक्ति पार्टी- रामविलास ने देवली सीट से प्रत्याशी उतारे हैं। महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 30 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने सभी सीटों पर भाजपा को समर्थन दिया है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी 70 और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तिहादुल मुस्लिमीन 12 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएंगे।
वहीं दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए दिल्ली पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गई है। दिल्ली पुलिस, अर्ध सैनिक बल व 10 राज्यों के 82 हजार से ज्यादा जवान ने दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था संभाली ली है। दिल्ली पुलिस ने शांतिपूर्ण व निष्पक्ष कराने के लिए खास रणनीति तैयार की है। दिल्ली पुलिस ने अपनी 19 हजार की जवान फोर्स अपने पास रखी है। ये फोर्स रिजर्व रहेगी। इसको दिल्ली के विभिन्न जिलों में रिजर्व में रखा गया है। जहां भी तनावपूर्ण स्थिति होगी रिजर्व फोर्स मौके पर तुरंत पहुंचकर स्थिति को संभालेगी। मतदान वाले दिन हवाई मार्ग परिवर्तित किया जाएगा।
1.56 करोड़ मतदाता करेंगे मतदान
दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी के अनुसार, इस चुनाव में कुल 1.56 करोड़ मतदाता अपने वोट डालने के लिए योग्य हैं। इनमें 83.76 लाख पुरुष, 72.36 लाख महिलाएं और 1,267 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं। मतदान के लिए 13,766 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। चुनाव आयोग ने 733 पोलिंग स्टेशन ऐसे बनाए हैं, जो दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए हैं। इसके अलावा, ब्रेल बैलेट पेपर और डमी बैलेट पेपर जैसी सुविधाएं भी दी जाएंगी, ताकि सभी मतदाता आसानी से वोट डाल सकें।
फोर्स की 220 कंपनियां तैनात
दिल्ली पुलिस के दिल्ली विधानसभा चुनाव के नोडल अफसर विशेष पुलिस आयुक्त देवेश श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली पुलिस को केंद्रीय गृह मंत्रालय से फोर्स की 220 कंपनियां मिलीं हैं। इनमें 150 कंपनियां पैरा-मिलिट्री फोर्स की, उत्तरप्रदेश, गुजरात, राजस्थान समेत 10 राज्यों से 70 कंपनियां मिली हैं। इन फोर्स को मतदान गणना से 48 घंटे पहले तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा अन्य राज्यों से आए होम गार्ड मतगणना केंन्द्र में लगने वाली लाइनों को संभालेंगे। विशेष पुलिस आयुक्त ने बताया कि जिन पोलिंग स्टेशन में 9 से ज्यादा पोलिंग बूथ हैं वहां पर सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी) और ज्यादा पांच व उससे ज्यादा पोलिंग बूथ हैं वहां पर सुरक्षा व्यवस्था को इंस्पेक्टर संभालेंगे। मतदान वाले दिन हवाई मार्ग भी परिवर्तन किया जाएगा। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस आयुक्त के लिए 19 हजार जवानों की फोर्स रिजर्व रखी है। ये पुलिस आयुक्त के आदेश पर मूव करेगी। इनमें यूपी की नौ कंपनियां व राजस्थान की पांच कंपनियां शामिल हैं।
सुरक्षा जवानों के विशेष एआई चैट बॉक्स
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सभी सुरक्षा जवानों के लिए विधानसभा चुनाव से किसी तरह की जानकारी लेने के लिए एआई चैट बॉक्स व साइबर साथी बनाए गए हैं। कोई भी जवान किसी तरह की और किसी भी भाषा में जानकारी लेना चाहेगा उसे उसी भाषा में तुरंत जानकारी सामने आ जाएंगी। लोगों के लिए क्यूआर कोर्ड की व्यवस्था की गई है। लोग क्यूआर कोर्ड को स्कैन कर सभी तरह की जानकारी ले सकते है। मतदाता ये भी जान सकते हैं कि बूथ के अंदर क्या ले जा सकते हैं या नहीं। पुलिस करीब 39 पोलिंग स्टेशन पर ड्रोन से नजर रख रही है। सभी जगह एक-एक कंट्रोल रूम बनाया गया है।