बारिश और बाढ़ से पटनम में जन जीवन अस्त व्यस्त ,आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र से पूरी तरह टूटा सम्पर्क

मुर्गेश शेट्टी ,भोपालपटनम। पिछले 12-13 दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश के कारण बीजापुर जिले के भोपालपटनम में जनजीवन अस्त व्यस्त है ,क्षेत्र में भारी से अति भारी वर्षा हो रही है जिससे सामान्य जनजीवन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, किसानों का जुताई बुआई का कार्य भी पूर्ण नहीं हुआ है ।
जिससे किसान भी मायूस स्थिति में है ,भोपालपटनम क्षेत्र चारों ओर नदी नालों से गिरा हुआ है ,क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण मुख्यालय आने जाने में गांव वासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे-छोटे नाले उफान पर है भोपालपटनम का बहुत बड़ा क्षेत्र बारेगुडा मार्ग पर बने जल्लावागू भी उफान पर है ।
इसी तरह रात भर बारिश रहा तो क्षेत्र के लोगों का आवागमन बाधित हो सकता है ,और मुख्यालय से संपर्क भी टूट सकता है ,इंद्रावती नदी किनारे बसे हुए गांव लिंगापुर नलमपली गंगाराम रायगुडा अभी तक सुरक्षित है ,इंद्रावती में जलस्तर लगातार बढ़ रहा और नदी का जलस्तर 12 मीटर है, 2 दिन से राष्ट्रीय राजमार्ग 163 तेलंगाना से संपर्क टूटा हुआ है ।
राष्ट्रीय राजमार्ग 63 महाराष्ट्र के सोमनपली नाले में जल स्तर बढ़ने के कारण आवागमन बाधित है और फिलहाल राष्ट्रीय राजमार्ग 163 एवं 63 में आवागमन बंद है ,अगर लगातार मूसलाधार बारिश इसी तरह रहा तो कई क्षेत्रों का संपर्क टूट सकता है जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन समय रहते क्षेत्र पर पौनी नजर रखना चाहिए जिससे कोई अनहोनी अथवा अप्रिय घटना न हो ।

इंद्रावती का बढ़ा जलस्तर बना मुसीबत
भारी बारिश से और छोटे बड़े नदी नालों की वजह से से इंद्रावती का जलस्तर खतरे के निशान पर बह रहा है pathagudem में इंद्रावती का जल स्तर आज 12.54 मीटर रिकार्ड किया गया है जो लगातार बढ़ रहा है ।

बाढ़ की वजह से अधिकांश सड़कें और पुल पुलिया जलमग्न हो चुके हैं ,कई गांवों का संपर्क ब्लॉक मुख्यालय से टूट चुका है ।
सड़क संपर्क टूटा ,कई इलाके जलमग्न
बारिश की वजह से कई गांवों से सड़क संपर्क टूट गया है ,तारलागुड़ा – भोपालपटनम मार्ग पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है ,सोमनपल्ली नाला पूरी तरह से भर चुका है जिसकी वजह से वहां स्थित मंदिर जलमग्न हो चुका है ।
हमारे संवाददाता मुर्गेश शेट्टी से बात करते बामनपुर के सरपंच मिचा समैया ने बताया कि बामनपुर का आश्रित गांव गोरगोड़ा भारी बारिश की वजह से चारों तरफ से पानी में घिर कर टापू में तब्दील हो चुका है ,हालांकि अभी तक किसी तरह की जनहानि की खबर नहीं है ।
गांव में खाने पीने और राशन से की कमी को आसपास के लोगों के सहयोग से दूर किया जा रहा है ।