प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दावे से नया राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है।
पहले ओडिशा में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने दावा किया कि पीएम मोदी का ऐसा कहना कि वो जन्म से ओबीसी हैं, गलत है।
राहुल के इस बयान को बीजेपी ने आड़े हाथों लिया और पलटवार करते हुए कहा कि गुजरात में कांग्रेस सरकार के दौरान पीएम मोदी की जाति को ओबीसी में शामिल किया गया था।
अब बीजेपी की इस प्रतिक्रिया पर राहुल गांधी ने चुटकी ली है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह पुष्टि करने के लिए बीजेपी को धन्यवाद दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म अन्य पिछड़ा वर्ग के परिवार में नहीं हुआ था, जैसा कि उन्होंने पहले दिन में दावा किया था।
राहुल गांधी ने ओडिशा में अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के तीसरे और समापन दिन यहां एक संक्षिप्त भाषण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ था जो सामान्य जाति से था।
उन्होंने कहा, “मोदी जी यह कहकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं कि वह ओबीसी हैं। उनका जन्म ‘घांची’ जाति के एक परिवार में हुआ था, जिसे 2000 में गुजरात में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ओबीसी सूची में शामिल किया गया था। गुजरात का सीएम बनने के बाद उन्होंने अपनी जाति बदलकर ओबीसी कर ली। इसलिए, मोदी जी जन्म से ओबीसी नहीं हैं।” उधर, राहुल गांधी के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और धर्मेंद्र प्रधान ने आरोप लगाया कि वे इस मुद्दे पर झूठ फैला रहे हैं।
ओडिशा से आने वाले केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया दी, “सच्चाई यह है कि मोदी की ओबीसी स्थिति को उनके गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से दो साल पहले 27 अक्टूबर, 1999 को मान्यता दी गई थी। कांग्रेस ने एक बार फिर ओबीसी समुदाय का अपमान किया है, लेकिन ओबीसी आगामी लोकसभा चुनावों में एक शानदार सबक देगा।”
पूर्व साथी ने भी राहुल गांधी को झूठा कहा
पीएम मोदी की जाति को लेकर राहुल गांधी के बयान को उनके पूर्व साथी ने भी आड़े हाथों लिया है।
मौजूदा समय में गुजरात कोटे से राज्यसभा से बीजेपी सांसद नरहरि अमीन ने X पर लिखा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली गुजरात सरकार ने जुलाई 1994 में मोदी-घांची को ओबीसी के रूप में अधिसूचित किया था। उस वक्त मैं गुजरात की कांग्रेस सरकार में डिप्टी सीएम था।
भाजपा के जवाब पर राहुल ने चुटकी ली
इसके तुरंत बाद, राहुल गांधी भी सोशल मीडिया पर आ गए और कहा, ”मोदी जी जन्म से नहीं बल्कि ‘कागजी ओबीसी’ हैं।
अपने जन्म के पांच दशक बाद तक वह ओबीसी नहीं थे। मेरी इस सच्चाई की पुष्टि करने के लिए भाजपा सरकार को धन्यवाद।”