नई दिल्ली। हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद रविवार को इजराइल ने लेबनान से सटी सीमा पर टैंक तैनात कर दिए। अलजजीरा ने इनकी तस्वीरें भी जारी की हैं। वहीं अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसे नसरल्लाह पर हमले के बारे में पता था। इजराइल ने ऑपरेशन के लिए लड़ाकू विमानों के उड़ान भरने के बाद उसे जानकारी दी थी। हालांकि इजराइल ने दावा किया है कि उसने ऑपरेशन शुरू करने से पहले ही अमेरिका को संदेश भेज दिया था। दूसरी तरफ नसरल्लाह की मौत के बाद भी शनिवार को इजराइल ने लेबनान में हमले जारी रखे।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन हमलों में 33 लोगों की मौत हो गई, जबकि 195 घायल हुए हैं। इजरायल ने दावा किया है कि उसने हिज्बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह के बाद इसके एक इसके एक प्रमुख नेता और एक टॉप कमांडर को मार गिराया है। आईडीएफ के मुताबिक, शनिवार को बेरूत के दक्षिणी उपनगर में हवाई हमले के दौरान हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर हसन खलील यासीन को मार गिराया गया। इसके अलावा, हिज़्बुल्लाह के टॉप लीडर शेख नबील काऊक को भी आईडीएफ ने मार गिराया है। हिज्बुल्लाह ने अभी तक काऊक को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन उसके समर्थक कल से ही काऊक के लिए शोक संदेश पोस्ट कर रहे हैं।
मिसाइल और ड्रोन यूनिट में काम करता था हसन
इजरायल सेना (आईडीएफ) ने कहा कि कमांडर हसन खलील यासीन, हिजबुल्लाह के खुफिया विभाग की एक यूनिट का नेतृत्व कर रहा था, जिसके पास इजरायल को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमलों का काम सौंपा गया था। आईडीएफ ने दावा किया कि यासीन हिजबुल्लाह की मिसाइल और ड्रोन यूनिट्स के साथ मिलकर काम करता था और युद्ध की शुरुआत से ही नागरिकों और सैनिकों के खिलाफ किए गए आतंकी साजिशों में व्यक्तिगत रूप से शामिल था। आईडीएफ के मुताबिक, उसने आने वाले दिनों में यहूदी राष्ट्र पर अतिरिक्त हमलों की भी योजना बनाई थी।
लेबनान बॉर्डर के पास पहुंचे इजराइली टैंक, हिज्बुल्लाह पर रुक नहीं रही स्ट्राइक
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